सीएए, एनआरपी, एनआरसी के खिलाफ सर्व समुदाय की विशाल रैली


नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शुक्रवार को शिलफाटा से मुंब्रा शाहीन बाग तक दलित संगठन संविधान समान समिति की ओर से एक रैली निकाली गई। जिसमें सैकड़ों की संख्या में मुंबावासी एवं आसपास के परिसर के लोग जमा हुए। प्राप्त जानकारी के अनुसार नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जिस प्रकार सरकार अपने निर्णय पर अटल नजर आ रही है उसी प्रकार जनता का संकल्प भी चट्टान की तरह अटल नजर आ रहा है और वे अपना कदम पीछे हटाने को तैयार नहीं। इसी कड़ी में यहां पर गत दो महीने की अवधि में ही लगभग दर्जन से अधिक रैली एवं धरनाप्रदर्शन सामने आ चुका है। अब इस विरोध प्रदर्शन के इतिहास में दलितों की संगठन संविधान समान समिति का नाम भी जुड़ गया है। जिसमें मुस्लिम-दलित भाईयों के अलावा चर्च के फादर, मंदिर के पंडित और बुद्ध विहार के भी धार्मिक गुरूओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस अवसर पर संविधान समान समिति के अध्यक्ष दत्तू गायसागर ने कहा कि सीएए, आरएनसी और एनआरपी एक ही हैं और यह सभी कानून दरअसल बाबासाहेब अंबेडकर के कानून को तोड़नेवाले कानून हैंजबकि इस देश में बाबासाहेब के कानून के अनुसार कोई भेदभाव नहीं है, वहीं वर्तमान सरकार के लाए कानून से साफ सांप्रदायिकता की बदबू आती है।